संस्थेबाबत | : संत उदासी महाराज शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, भिवापूर, ता. भिवापूर जि. नागपूर |
स्थापना वर्ष | : १९९७ |
संस्था निर्मितीचा शासन निर्णय क्र. | : आय.टी.आय.१०९७/(७१३)/व्यशि-१ दि. ०४ ऑगस्ट १९९७ |
संस्था कोड | : २७४५०५१००५ |
एन.सी.व्ही.टी.एम.आय.एस. कोड | : GR27000447 |
संस्था प्रवर्ग (Institute Category) | : जनरल |
डी.जी.ई.टी. अंतिम गुणांकन | : ७.७० |
संस्थेचा पत्ता | : संत उदासी महाराज शासकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था, एम आय डी सी एरिया, तास, भिवापूर, ता. भिवापूर जि. नागपूर ४४१२०१ |
फोन नं. | : ०७१०६-२५१४४८/२९९४२६ |
ई मेल | : iti.bhivapur@dvet.gov.in |
वसतिगृह माहिती | : क्षमता : ५० मुलांकरिता: ५० |
संस्थेत शिकविले जाणारे अभ्यासक्रम | ||||||
अ.क्र. | व्यवसाय अभ्यासक्रमाचे नाव व प्रशिक्षण कालावधी | अभियांत्रिकी/ गैरअभियांत्रिकी | एकूण तुकड्यांची संख्या | संस्थेत एकूण उपलब्ध जागा | सत्र २०२४-२०२५ करिता उपलब्ध जागा | सत्र २०२४-२०२५ मधील प्रवेशित प्रशिक्षणार्थी |
१ | विजतंत्री ( २ वर्षे ) | अभियांत्रिकी | २ | ४० | २० | २० |
२ | प्रशितन व वातानुकुलीकरण तंत्रंज्ञ ( २ वर्षे ) | अभियांत्रिकी | २ | ४८ | २४ | २४ |
३ | नळ कारागीर ( १ वर्षे ) | अभियांत्रिकी | १ | २४ | २४ | २४ |
एकूण | ५ | ११२ | ६८ | ६८ |
दृष्टीकोन (VISION) | • संघ बांधणी |
• सहाय्यक कर्मचाऱ्यांमध्ये असणाऱ्या बहुविध कौशल्याचा योग्य उपयोग करून घेणे | |
• प्रशिक्षणार्थ्यांच्या सर्वांगीण विकासाकरिता मॉडेलची निर्मिती करून त्यांच्यामधील संशोधनात्मक संकल्पनांना वाव देणे | |
• सरकारी अनुदानाचा योग्य वापर आणि खर्चावर नियंत्रण | |
• योग्य प्रशासनाकरिता वार्षिक कार्य तक्ता तयार करून विविध कालावधीत अंमलबजावणी करणे | |
• संस्थेच्या विकासाकरिता नाविण्यपूर्ण संकल्पना राबविणे |
ध्येय (GOAL) | |
• महाराष्ट्र शासनाच्या कौशल्य विकास मंत्रालया अंतर्गत व्यवसाय शिक्षण व प्रशिक्षण संचालनालयाने निर्धारित केलेल्या अभ्यासक्रमानुसार उद्योगाच्या गरजेची सुसंगत नवीनतम अभ्यासक्रम तयार करणे | |
• प्रशिक्षणासाठी आणि व्यावसायिक विभागातील उत्तम शिक्षण सुनिश्चित करण्यासाठी उद्योग-संस्था परस्पर संवादाला प्रोत्साहन देणे | |
• शारीरिक दृष्ट्या विकलांग व्यक्ती आणि समाजातील इतर सामाजिक दृष्ट्या वंचित गटांमध्ये समान प्रवेश आणि संधी प्रदान करणे | |
• समर्पित टीमवर्क आणि समाजाच्या गरजा प्रभावीपणे पूर्ण करण्याकरिता कार्य करणे |